Nomadic Matt
मैट केपनेस 2004 में सिर्फ़ 23 साल के थे, जब वे कोस्टा रिका में छुट्टी मनाने गए थे. यह उनकी पहली विदेश यात्रा थी. हो सकता है कि किसी और के लिए यह छुट्टी, कॉर्पोरेट नौकरी से मिले बस एक छोटे ब्रेक की तरह होती. हालांकि, मैट के लिए ऐसा नहीं था. इस यात्रा के बाद मैट ने अपनी दूसरी विदेश यात्रा की और थाईलैंड गए. इन यात्राओं ने उन्हें अपने नए जुनून को आज़माने के लिए प्रेरित किया, जो था फ़ुल-टाइम ट्रैवल करना.
जुलाई 2006 में, मैट ने दुनिया भर में रोमांचक यात्राओं पर जाना शुरू किया और ये सिलसिला 10 सालों तक जारी रहा. शुरुआती ट्रैवल ब्लॉगर के तौर पर उन्होंने 2008 में Nomadic Matt की शुरुआत की. इसका मकसद था लोगों की मदद करना, ताकि वे “कम पैसों में बेहतर यात्रा” कर सकें.
आज मैट की दो किताबें “हाउ टू ट्रैवल द वर्ल्ड ऑन $50 ए डे” और “टेन इयर्स ए नोमैड”, New York Times की बेस्ट सेलर लिस्ट में शामिल हैं. वे ब्लॉगिंग और राइटिंग कोर्स पढ़ाते हैं, अपने सक्रिय ऑनलाइन समुदाय के साथ जुड़े रहते हैं, और एक चैरिटी चलाते हैं जो उन्होंने 2015 में शुरू की थी.
हाल ही में एक इंटरव्यू में, हमने मैट से बात की. तब मैट वहाका, मैक्सिको की यात्रा पर थे. उन्होंने हमें बताया कि Nomadic Matt की शुरुआत कैसे हुई और फ़िलहाल वे क्या कर रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे वे बीच-बीच में गैर-कामकाजी छुट्टी का आनंद ले लेते हैं.
क्या आप हमें बता सकते हैं कि मौजूदा समय में आप कौन-कौनसे क्रिएटिव काम कर रहे हैं?
NomadicMatt.com मेरा ब्लॉग है. इसके अलावा, मैं ब्लॉगिंग और राइटिंग कोर्स चलाता हूं. हम TravelCon नाम से एक कॉन्फ़्रेंस भी करते हैं, जहां ऑनलाइन क्रिएटर्स और मीडिया के लोग यह जानने के लिए जाते हैं कि ट्रैवल इंडस्ट्री में क्या चल रहा है.
मेरे पास एक हॉस्टल था, जो COVID-19 की वजह से बंद है. साथ ही, हमारा एक ऑनलाइन समुदाय Nomadic Network है, जो दुनिया भर में जगह-जगह, व्यक्तिगत तौर पर शामिल होने वाले इवेंट किया करता था. इसके अलावा, FLYTE नाम की मेरी एक चैरिटी भी है. यह चैरिटी हाई स्कूल के उन बच्चों को पढ़ने के लिए विदेश यात्रा पर भेजती है, जो आर्थिक रूप से कमज़ोर तबके से आते हैं.
आपने ट्रैवल ब्लॉगर बनने का फैसला क्यों किया?
मैंने फ्रीलांस राइटिंग का काम पाने के लिए वेबसाइट शुरू की. मैंने सोचा था कि अगर मैं वेबसाइट शुरू करूंगा, तो लोग मुझे लिखने के लिए काम देंगे. इसलिए, मैंने बहुत सारा फ्रीलांस काम किया और कुछ समय के लिए ऑनलाइन विज्ञापनों और वेबसाइटों के लिए, कॉपीराइटर के तौर पर काम किया.
ब्लॉग बनाते समय, मेरे गाइड ने मुझसे कहा, “तुम्हारे पास एक ट्रैवल वेबसाइट है और तुम इसी मामले के माहिर हो. तुम्हें बस उसी पर फ़ुल-टाइम फ़ोकस करना चाहिए.” मैंने ऐसा ही किया और यह चल पड़ा.
Nomadic Matt के लिए मैंने एसईओ की बहुत सी जानकारी का इस्तेमाल किया. इस वजह से, मैं खोज पर ऊंची रैंकिंग पर था. इससे मीडिया में मेरा नाम आने लगा. मुझे 2010 में New York Times में जगह मिली और इसके बाद सब कुछ आसान हो गया. एक दिन मैं उठा और मैंने खुद से कहा, मुझे लगता है कि मैं एक ट्रैवल राइटर बन गया हूं.
आज आप एसईओ की अपनी जानकारी का कितना इस्तेमाल करते हैं?
हमारी साइट पर कम से कम दो-तिहाई खोजों का महामारी से कोई लेना-देना नहीं है. इस वजह से, यह पक्का करने में हम अपना काफ़ी समय और मेहनत लगाते हैं कि हमेशा खोजे जाने वाले इन विषयों में हम ऊंची रैंकिक पाएं. मैं हमेशा अपना कॉन्टेंट अपडेट करता रहता हूं और ये सवाल करता रहता हूं, “हम इस पेज को कैसे ऑप्टिमाइज़ कर सकते हैं?” और “Google हमारे प्रतिस्पर्धियों को कैसी रैंकिंग दे रहा है?”
मेरी वेबसाइट पर ऐसे करीब 150 पेज हैं जिन्हें मैं हमेशा ऊंची रैंक पर देखना चाहता हूं. इसलिए, हम उन लेखों को देखते हैं और पता करते हैं, “हम कहां रैंक कर रहे हैं?” अगर हम देखते हैं कि हम रैंकिंग में नीचे हैं, तो हमारा सवाल होता है, “क्या बदलाव हुआ है और हम क्या बेहतर कर सकते हैं?”
मैं इंटरव्यू के लिए कभी मना नहीं करता, क्योंकि वे बाद में मेरी साइट तक पहुंचने में लोगों की मदद करते हैं.
आपने अपने ब्लॉगिंग कोर्स का ज़िक्र किया है. क्या आप हमें इसके बारे में बता सकते हैं?
मेरे पास Superstar Business Masterclass नाम का एक ब्लॉगिंग कोर्स है. साथ ही, हमारे पास राइटिंग का भी एक कोर्स है. आप हर महीने के हिसाब से, तिमाही या सालाना सदस्यता खरीद सकते हैं और वहां मैं आपको सिखाता हूं. मैं आपके काम को देखकर उसमें ज़रूरी बदलाव करता हूं. हम हर हफ़्ते मीटिंग करते हैं. आपको तकनीकी मदद दी जाती है. हमारा एक कम्यूनिटी फ़ोरम और एक कोलैबोरेशन बोर्ड है, ताकि छात्र एक दूसरे से मिल सकें. मैंने 12 सालों में जो कुछ सीखा है, मैं उसे शेयर करता हूं, ताकि लोग वह गलतियां न करें जो मैंने की थीं. लाखों प्लेटफ़ॉर्म और अनगिनत ब्लॉगर के बीच जब आप उलझ जाते हैं, तो मैं आपकी मदद करता हूं.
जब आपके पास ये दूसरे प्लेटफॉर्म हैं, तो भी आप वेबसाइट क्यों चला रहे हैं? यह आपके लिए क्यों अहम है?
एल्गोरिदम बदल जाते हैं, लेकिन वेब पर मेरा स्पेस वैसा ही रहेगा जैसा मैं चाहूंगा. यहां मैं ईमेल की लिस्ट बना सकता हूं और लोगों को रेफ़रंस उपलब्ध करा सकता हूं. इसलिए, मैं लगातार नए लोगों को खोजने या सोशल मीडिया एल्गोरिथम के चक्कर में नहीं पड़ता, यहां चीज़ें हमेशा बदलती रहती हैं. इसके बजाय, मेरे पास ऑनलाइन एक ऐसी जगह है जिसे मैं 'होम' कह सकता हूं.
यात्रा के लिए काफ़ी रिसर्च करनी होती है. Instagram पर भले ही “अभी खरीदारी करें” बटन है, लेकिन आप बस उसे देखकर छुट्टी मनाने के लिए 3,000 डॉलर खर्च नहीं कर देते. आपको अपने काम से समय निकालना होगा, अपनी यात्रा की प्लानिंग करनी होगी, बहुत सी जानकारी इकट्ठा करनी होगी, गाइडबुक खरीदनी होंगी वगैरह. इसलिए, लोग अब भी रिसर्च के लिए लंबे लेख पढ़ते हैं और इसके लिए ब्लॉग सबसे अच्छा है.
क्या ट्रैवल राइटिंग को जॉब की तरह करके, आपको कभी ऐसा लगा कि इससे यात्रा का आनंद कहीं खो गया हो?
हां, ऐसा होता है. जब मैं मस्ती के लिए यात्रा करता था, तो मैं मेन्यू की तस्वीरें नहीं लेता था और सब्जियों की कीमतें पता करने के लिए किराने की दुकानों पर नहीं जाता था. दूसरी तरफ़, ट्रैवल राइटिंग अलग-अलग तरह की होती है. साथ ही, मैं ऐसा बहुत कुछ करता हूं जिसे सेवा पत्रकारिता कहा जा सकता है, इसमें यह जानना ज़रूरी होता है कि चीज़ों की कीमत कितनी है. मुझे कीमतों पर थोड़ा ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत होती है, क्योंकि मैं यात्रा के बजट पक्ष पर काम करता हूं. इस मामले में, लोग कीमतों पर काफ़ी गौर करते हैं.
कोई भी जॉब करते हुए, खुद के लिए समय निकालना वाकई ज़रूरी है. इसलिए, कई बार मैं कहीं भी चला जाता हूं, कंप्यूटर बंद कर देता हूं और बिना कुछ लिखे, उस जगह का आनंद लेता हूं. समय के साथ हम संतुलन बनाना सीख जाते हैं.