Nakisha Wynn
नकीशा विन, वित्तीय सेवाएं देने वाली एक फ़र्म में काम करती थीं. उसी दौरान उनकी ज़िंदगी में एक अनचाहा बदलाव आया. तब उन्होंने मां, खासकर सिंगल मदर (बच्चों का अकेले पालन-पोषण करने वाली मां) को ध्यान में रखकर ब्लॉग शुरू करने के बारे में सोचा. नकीशा लिखती हैं, “मुझे कोई ऐसा नहीं मिला जो मेरे जैसा हो और ब्लॉगिंग करता हो.” “ज़्यादातर ब्लॉग या तो खूबसूरत लड़कियों के थे जो फ़ैशन की चमक दमक के बारे में लिखती थीं या काफ़ी मशहूर हो चुके दूसरे ब्लॉगर्स के थे, जिनसे मैं खुद को जोड़कर नहीं देख पाती थी. इसलिए, मैंने अपना ब्लॉग शुरू किया.”
नकीशा ने 2016 में nakishawynn.com लॉन्च किया, जहां वह सिंगल पैरंटिंग, पर्सनल फ़ाइनेंस, घर से काम करने, परिवार के साथ यात्रा करने, बचत करते हुए जीने और अपना ध्यान रखने के तरीकों पर लिखती हैं.
अब लोग उन्हें सोशल मीडिया पर भी फ़ॉलो करते हैं, जिसमें YouTube, Instagram, और Facebook शामिल हैं. अब उन्होंने कई ब्रांड पार्टनरशिप कर ली हैं और अफ़िलिएट प्रोग्राम में हिस्सा लेती हैं. साथ ही, कॉन्टेंट क्रिएटर, कोच, और स्पीकर के तौर पर पेशेवर सेवाएं देती हैं.
नकीशा बताती हैं कि किस तरह “मेहनत, लगन, और लगातार कोशिश” से उन्हें एक वेब क्रिएटर, ब्लॉगर, और YouTuber के तौर पर व्यवसायिक सफलता मिली.
आप बिल्कुल नए ब्लॉग की शुरुआत कैसे करेंगी?
सबसे पहले मैं उन ब्लॉगर से कनेक्ट करूंगी जो मुझे अच्छे लगते हैं. जैसे, उनके वीडियो या ब्लॉग पोस्ट पर कमेंट करना, उन्हें Instagram पर फ़ॉलो करना, और खुद को उनके समुदाय में शामिल करना. पहले उनके बारे में जानना कि वे क्या कर रहे हैं, कैसे कर रहे हैं, और फिर अपना काम शुरू करना! पहले मैं जितना कर पाऊंगी उतना करूंगी. उसके बाद, आगे बढ़ने के लिए किसी गाइड की मदद लूंगी.
क्या आप अपनी वेबसाइट के अलग-अलग सेक्शन के बारे में बताना चाहेंगी?
मेरा “Mom Life” सेक्शन सबसे खास है. यह सच में सबसे ज़्यादा पसंद किया गया, क्योंकि मैं इस पर सिंगल मदर होने से जुड़ी एक बेहद खास कहानी शेयर कर रही थी. एक ऐसी मां की कहानी जो अपनी कॉरपोरेट जॉब छोड़कर ब्लॉग लिखने और उसे कामयाब बनाने के लिए आ गई थी. मेरे कारोबार की नींव ही मातृत्व है. वे मांएं मुझे बहुत प्रभावित करती हैं जो अपने सपनों को सच करना चाहती हैं और इसके लिए कोशिश करती हैं.
मेरा बैकग्राउंड बैंकिंग का रहा है. इस वजह से, मैंने अपनी वेबसाइट पर “Family Finances” का सेक्शन भी रखा है. इसके अलावा, सिंगल होने की वजह से मैंने अकेले ही क्रेडिट की समस्याएं झेली हैं, घर का बजट बनाया है, और फ़ाइनेंस मैनेज किया है. ऐसा करते हुए, मैंने फ़ाइनेंस से जुड़ी रुकावटों को दूर किया है. इसलिए, मैं अपने ब्लॉग पर भी पैसे बचाने, बजट बनाने, और मुख्य व्यवसाय से अलग, पैसे कमाने के कुछ दूसरे तरीकों के बारे में बताती रहती हूं. सबसे बड़ी बात मैंने यही सीखी है कि पैसे कमाने के कई तरीके हैं. इसी से मुझे यहां तक पहुंचने और अपने लिए काम करने में मदद मिली है.
अपने ब्लॉग के लिए आपको आइडिया कहां से मिलते हैं?
मैं अक्सर, YouTube या Instagram पर लाइव रहती हूं और दर्शक जो कुछ भी पूछते हैं उसके आधार पर तय करती हूं कि मुझे क्या करना है. मुझे लगता है कि यह कॉन्टेंट के लिए आइडिया पाने के सबसे शानदार तरीकों में से एक है. क्योंकि अपने दर्शकों से बात करने पर आपको पता चल जाता है कि वे क्या देखना चाहते हैं.
क्या आप कोई एडिटोरियल कैलेंडर बनाती हैं?
हां, बिल्कुल! बिना कैलेंडर के टास्क पूरे करना और इतना सारा कॉन्टेंट क्रिएट करना मुश्किल है. कॉन्टेंट कैलेंडर बनाने के तरीके पर, मैंने एक वीडियो भी पोस्ट किया है. समय पर टास्क पूरे करने और ट्रेंड के मुताबिक चलने के लिए यह बहुत ज़रूरी है. खासकर, जब आपके पास और भी काम हों या फिर आप नौकरी करते हों.
क्या ब्लॉगिंग अब भी फ़ायदेमंद है?
बिल्कुल! मुझे लगता है कि ऐसा कोई प्लैटफ़ॉर्म होना चाहिए जिससे लोग आपके बारे में जान सकें. लोग आपसे जुड़ने से पहले, महीनों तक आपका कॉन्टेंट देखेंगे. अगर मैं आपको सिर्फ़ सोशल मीडिया पर ही देख पा रही हूं, तो मुझे आपके बारे में जानने का मौका कैसे मिलेगा. मैं आपका ब्लॉग पढ़ना चाहूंगी. मैं आपकी वेबसाइट का “About” सेक्शन देखना चाहूंगी. इसलिए, एक ऐसा प्लैटफ़ॉर्म होना चाहिए जहां आप अपनी जानकारी दे सकें और यह दिखा सकें कि आप क्या करते हैं. इससे, जब लोग आपकी किसी सेवा के लिए पेमेंट करना चाहेंगे, तो उनके पास एक ऐसी जगह होगी जहां वे आपसे जुड़ सकेंगे और पेमेंट कर सकेंगे.
आप इतना सारा कॉन्टेंट क्रिएट करती हैं. क्या आप यह सब अकेले करती हैं?
हां, मैं सारा काम अकेले ही करती हूं! देखिए, ऐसा किया जा सकता है. इसके लिए, कड़ी मेहनत, लगातार कोशिश, और लगन की ज़रूरत होती है. यह भी ज़रूरी है कि आप ऐसा करना चाहते हों और मैं वाकई ऐसा करना चाहती हूं. मुझे मेरे काम में बहुत खुशी मिलती है और ऐसा लगता है कि मुझे खास सुविधा मिली हुई है कि मैं रोज़ाना वही काम करूं जो करना मुझे बेहद पसंद है.